भारत के बड़े शहर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता का नाम जरूर सुना होगा और इन शहरों के बारे में जानते भी होंगे, लेकिन यह शायद ही जानते होंगे कि देश का सबसे महंगा और खर्चीला शहर कौन सा है? आज हम आपको उन शहरों के बारे में बताएंगे कि रहने के हिसाब से कौन सा शहर सस्ता है और कौन सा महंगा। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई अन्य शहरों के लोगों के लिए रहने-खाने की दृष्टि से सबसे महंगा शहर है। जबकि ‘दिल वालों की दिल्ली’ रहने और आवास खर्च मामले में दूसरे स्थान पर है। हालांकि, ये दोनों शहर वैश्विक शहरों की तुलना में किफायती है।
वहीं, वैश्विक स्तर पर हांगकांग में रहने के लिए दुनिया के अन्य शहरों की तुलना जेब पर सबसे अधिक भार पड़ेगा। जिनेवा का ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड का बासेल और बर्न, इजराइल का तेल अवीव, अमेरिका का न्यूयॉर्क, सिंगापुर, जापान का टोक्यो और चीन का बीजिंग भी सबसे खर्चीले शहरों में शामिल है। मर्सर की तरफ यह सर्वे इस साल मार्च में किया गया था। इस वर्ष की रैंकिंग में पांच महाद्वीपों में फैले 227 शहरों में आवास, परिवहन, भोजन, कपड़े, घरेलू सामान और मनोरंजन समेत 200 से अधिक वस्तुओं की कीमतों की तुलना की गई है।
मल्टीनेशनल कंपनियों का सबसे पसंदीदा शहर मुंबई
सर्वेक्षण के अनुसार, मल्टीनेशनल कंपनियों के लिए देश में वित्तीय राजधानी मुंबई अपने कारोबार को स्थापित करने के लिए सबसे पसंदीदा शहर है। इसके अलावा हैदराबाद में रहना सबसे सस्ता है। हालांकि, यह रहन-सहन के मामले में पुणे और कोलकाता से महंगा है। वहीं, मुंबई में किराये पर घर लेना सबसे महंगा है। इसके बाद नई दिल्ली और बेंगलुरु का नंबर आता है।