उत्तराखंड के राज्यपाल लें.ज. गुरमीत सिंह गुरुवार सुबह केदारनाथ धाम पहुंचे। जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार व पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा ने वीआईपी हेलीपैड पर उनका स्वागत किया। इसके बाद राज्यपाल तीर्थ पुरोहितों से मिले। पुरोहित समाज ने परंपरागत मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत व अभिनंदन किया।
राज्यपाल ने सभी तीर्थ पुरोहितों से भेंट करने के बाद बाबा केदार की पूजा अर्चना कर प्रदेश व देश की मंगलकामना की। वहीं उन्होंने केदारनाथ में चल रहे पुननिर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।
इसके बाद वे बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए। वहां उन्होंने बदरी विशाल की पूजा अर्चना की। इसके बाद राज्यपाल ने चीन सीमा से सटे मलारी में आईटीबीपी, आर्मी और बीआरओ के जवानों से मुलाकात की। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के भ्रमण के दौरान राज्यपाल ने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में हमारे जवान निःस्वार्थ सेवाभाव से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते है। उनके कारण हम और हमारा देश सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में सरहदों पर तैनात देश के जवानों के जोश और जुनून पर हम सबको गर्व है। इस दौरान उन्होंने जवानों से उनकी समस्याओं तथा चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की।
राज्यपाल ने कहा कि सीमांत वासी हमारे सीमा प्रहरी है। सीमा पर बसे गांवों को सुरक्षित रखे बिना हम अपनी सीमाओं को सुरक्षित नहीं रख सकते। वाइब्रेंट विलेज योजना के अंतर्गत सीमावर्ती गांवों में पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, संचार और अन्य बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।