भाजपा संसदीय बोर्ड से नितिन गडकरी को हटाए जाने के बाद से अटकलों का बाजार गर्म है। नितिन गडकरी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा में सत्ता आने के पीछे अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के कामों को श्रेय दिया है। गडकरी 1980 में वाजपेई के एक बयान का हवाला दिया। जानिए क्या बोले गडकरी…
दरअसल, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भाजपा के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है। बोर्ड में गडकरी की जगह पर देवेंद्र फडणवीस को जगह दी गई है। नितिन गडकरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान देश में भाजपा की सत्ता के पीछे अटल बिहारी वाजपेई को याद किया।
उन्होंने कहा, “उस वक्त पार्टी की हालत ठीक नहीं थी। बात 1980 की है। मैं पहली बार पार्टी के कार्यक्रम के लिए बांद्रा गया था। शाम को कार्यक्रम के दौरान अटल जी खड़े हुए और भाषण देने लगे। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं सूरज डूब रहा है समुद्र का। अटल जी ने कहा अंधेरा छंटेगा। सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा। जब वो कह रहे थे सबको विश्वास हो गया कि आज ऐसी स्थिति न हो लेकिन एक दिन ऐसा आएगा और अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और दीनदयाल उपाध्याय के कामों का परिणाम है कि आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में है।”
यही नहीं नितिन गडकरी ने NATCON 2022 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाए। नितिन गडकरी ने कहा कि हमें पास वैकल्पिक चीजें होनी चाहिए। इससे हम क्वॉलिटी से समझौता किए बिना ही लागत में कमी ला सकते हैं। निर्माण के काम में टाइम बहुत अहम होता है। यह सबसे बड़ी पूंजी है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकारें समय पर फैसले नहीं लेती हैं।