स्वदेश विकसित लेजर-गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का सफल परीक्षण, युद्धक टैंक अर्जुन से लगाया निशाना

भारत ने बृहस्पतिवार को स्वदेश विकसित ‘एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल’ (एटीजीएम) का महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक सैन्य प्रतिष्ठान से सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक निशाना साधते हुए लक्ष्यों को नष्ट कर दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एटीजीएम के निर्माता रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना को मिसाइल के सफल परीक्षण पर बधाई दी।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘डीआरडीओ और भारतीय सेना ने युद्धक टैंक ‘अर्जुन’ के जरिये स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।’’ रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक रूप से लक्ष्यों को साधते हुए इन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। ‘टेलीमेट्री’ प्रणाली ने मिसाइलों के संतोषजनक उड़ान प्रदर्शन को दर्ज किया है।’’ डीआरडीओ अध्यक्ष जी. सतीश रेड्डी ने एटीजीएम के सफल परीक्षण से जुड़ी टीम को बधाई दी।

पूरी तरह से भारत में विकसित लेजर गाइडेड मिसाइल एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने करने के लिए एक टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल करता है। बयान के अनुसार, एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया गया है और वर्तमान में एमबीटी अर्जुन की 120 मिमी राइफल्ड गन से तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण चल रहा है।

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