नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से रंगकर्मियों द्वारा की गई अभद्रता का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार सुबह से ही कर्मचारी पालिका कार्यालय के बाहर धरने पर डटे रहे। प्रशासन की मौजूदगी में कई दौर की वार्ता कर्मचारियों से की गई, मगर वार्ता विफल रही। कर्मचारियों ने रंगकर्मी और जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
बता दें कि गुरुवार को पालिका की टीम ने बीएम शाह ओपन एयर थिएटर में रंगकर्मियों के द्वारा एक माह के महोत्सव के लिए लगाए गए बैनर पोस्टर हटा दिए थे। जिसके विरोध में रंगकर्मियों ने अधिशासी अधिकारी अशोक वर्मा का कार्यालय आकर घेराव कर दिया था। इस दौरान उन्होंने ईओ का मोबाइल फोन छीनने के साथ ही उनके साथ अभद्रता भी कर दी थी। इसके बाद पालिका कर्मचारी भी ईओ कक्ष में पहुंच गए थे, जिसके बाद बवाल हो गया था। बाद में ईओ की तहरीर पर तीन नामजद रंगकर्मियों समेत अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
पालिका कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
मुकदमा दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर कर्मचारी रोष में आ गए। शनिवार को कर्मचारियों ने पालिका कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। विवाद बढ़ता देख एडीएम अशोक जोशी, एसडीएम राहुल शाह, तहसीलदार नवाजिश खलीक दोनों पक्षों की वार्ता कराने के लिए पालिका कार्यालय पहुंचे।
वीडियो बनाने से रोका तो और भड़का गुस्सा
वार्ता में रंगकर्मियों के मौजूद नहीं होने पर कर्मचारी भड़क गए, उन्होंने प्रशासन और रंगकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इधर कुछ घंटे बाद रंगकर्मी इदरीश मालिक अन्य लोगों के साथ वार्ता के लिए पालिका कार्यालय पहुंच गए। मगर वार्ता के दौरान रंगकर्मी पक्ष से वीडियो रिकॉर्डिंग किए जाने पर पालिका अध्यक्ष ने विरोध कर दिया। जिस कारण वार्ता विफल हो गई।
वीआईपी मूवमेंट का विरोध करने का लिया निर्णय
पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने बताया कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती, तब तक शहर में वीआईपी मूवमेंट का पालिका पुरजोर विरोध करेगी, जिसके बाद कर्मचारी काफी देर तक दफ्तर के भीतर ही रंगकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में रंग कर्मियों को पालिका कार्यालय से बमुश्किल बाहर निकाला गया। फिलहाल पालिका दफ्तर में गहमा गहमी का माहौल बना हुआ है।