गत दिनों हुई वर्षा के चलते टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलबा गिरने और कई स्थानों पर सड़क का हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से दुर्घटना का खतरा पैदा हो गया है। एनएच पर कई जगह अभी भी पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। जिससे यात्रियों के अलावा आस-पास के गांवों से पैदल सफर कर रहे स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणों के साथ अनहोनी होने की आशंका बन गई है। अमोड़ी-बेट्टा के बीच स्थिति ज्यादा खतरनाक है।
अमोड़ी स्टेशन आस-पास के दर्जनों गांवों का मुख्य बाजार है। यहां सरस्वती शिशु मंदिर, इंटर कालेज, राजकीय महाविद्यालय और अन्य पब्लिक स्कूल हैं। रोजाना सैकड़ों विद्यार्थी एनएस से होते हुए विद्यालयों तक पहुंचते हैं। पिछले 10 दिनों से अमोड़ी-बेट्टा के बीच ऑलवेदर रोड की पहाड़ी का बड़ा हिस्सा वर्षा के कारण काफी कमजोर हो चुका है और लगातार पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं।
अमोड़ी-धूरा के भाजपा मंडल उपाध्यक्ष स्वरूप सिंह बोहरा ने बताया कि इस स्थान पर सड़क के किनारे बड़ी मात्रा में मलबा भी डंप हो चुका है। इस स्थान पर ऑलवेदर रोड का निर्माण शिवालया कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किया था। उन्होंने बताया कि कंपनी सिर्फ वाहनों के निकलने लायक ही मलबा हटा रही है। स्वरूप सिंह बोहरा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी ज्ञापन भेजा है, जिसमें विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही से बच्चों एवं आम राहगीरों की जान को खतरा होने की शिकायत की गई है।
इधर वर्षा से एनएच पर पैकेज-2 के अन्तर्गत किमी 100 कोट-अमोड़ी, किमी 103 से किमी 106 स्वाला से धौंन के बीच, पैकेज-3 के अन्तर्गत किमी 161, पैकेज- 4 के अन्तर्गत किमी 164 से 166 तक भी रोड काफी संवेदनशील हो गई है। हालांकि जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी के निर्देश पर इन स्थानों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए एसपी देवेंद्र पींचा ने पुलिस व एसडीआरएफ की टीमों को आवश्यक उपकरण के साथ तैनात कर दिया है।