पौड़ी की बेटी की दर्दनाक हत्या के बाद से उत्तराखंड के लोग गुस्से में हैं। जगह-जगह धरने प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसी क्रम में शनिवार को पौड़ी में हत्या के विरोध में बस स्टेशन पर आक्रोशित लोगों ने जाम लगा दिया। उन्होंने इस दौरान हत्यारों को फांसी देने की मांग की। वहीं आक्रोशित महिलाएं बस स्टेशन पर धरने पर बैठ गई। घटना के विरोध स्वरूप शनिवार को धारा रोड मुख्य बाजार भी बंद रखा गया।
अंकिता हत्याकांड पर थाने में फूटा आक्रोश
वहीं इससे पहले शुक्रवार को रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या की खबर जैसे ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई थाना लक्ष्मण झूला में देहरादून, ऋषिकेश यमकेश्वर आसपास क्षेत्र से विभिन्न महिला संगठनों के सदस्य और अन्य राजनीतिक दलों के सदस्यों की भीड़ जुट गई। इन सभी ने एक स्वर से अंकिता भंडारी को इंसाफ देने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। तीनों आरोपितों को जनता के सुपुर्द करने की मांग भी की।यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत गंगा भोगपुर में स्थित वनन्तरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली श्रीकोट पौड़ी गढ़वाल निवासी 19 वर्षीय अंकिता भंडारी बीती 18 सितंबर से लापता थी। शुक्रवार की सुबह पता चला कि रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अपने दो सहयोगियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ उसकी हत्या कर दी है। यह सूचना जैसे ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई तो सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग थाना लक्ष्मण झूला पहुंचने लगे।
महिला संगठनों से जुड़े कई सदस्य यहां प्रदर्शन करने लगे। इनकी ओर से धरना भी दिया गया। यह सभी अंकिता भंडारी को इंसाफ देने की मांग कर रहे थे। हालात बिगड़ते देख पुलिस अधिकारियों को यहां पर अतिरिक्त फोर्स तैनात करना पड़ा। दोपहर तक यहां हंगामा चलता रहा। अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल, पुलिस उपाधीक्षक श्रीनगर श्याम दत्त नौटियाल बार-बार प्रदर्शनकारियों को समझाते रहे।
अंकिता हत्याकांड को लेकर निकाला कैंडल मार्च
डोईवाला के नकरौंदा क्षेत्र में ग्रामीणों ने कैंडल मार्च निकालकर अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग की। उत्तराखंड को शर्मसार करने वाली इस घटना में राजस्व पुलिस व भाजपा के नेताओं की संलिप्तता उजागर होने पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने आरोपितों के खिलाफ प्रदर्शन कर क्षेत्र में कैंडल मार्च निकाला।
पूर्व ग्राम प्रधान बुध देव सेमवाल एवं कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष गौरव सिंह ने कहा कि जिस तरह से उत्तराखंड की बेटी के साथ दुखद घटना घटित हुई है। इसके आरोपितों को फास्टट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से राजस्व पुलिस ने इस घटना को कई दिनों तक छुपाए रखा। उन पर भी कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
यदि समय रहते इस मामले में कार्रवाई की जाती तो आज उत्तराखंड की बेटी शायद हमारे बीच होती है। कैंडल मार्च के दौरान रोहित पांडे, हरप्रीत सिंह, बलबीर सिंह, दिनेश वर्मा, प्रवीण भंडारी, गीता नेगी, रेखा बहुगुणा, राज किशोरी बिष्ट, हेमा बिष्ट, हेमा बुटोला, सरस्वती मेहरा, कमला जोशी, रजनी गुसाई, दिनेश गैरोला, रोशनी गैरोला, भारत भूषण कौशल आदि मौजूद रहे।