विधानसभा की नियुक्तियों और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षाओं के पेपर लीक प्रकरण पर पूर्व कैबिनेट मंत्री व कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने कहा राज्य सरकार प्रकरण की गम्भीरता से गहन जांच करवा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बेरोजगार युवाओं की आहत भावनाओं की परवाह है।
युवाओं के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। फिल्म ‘रोटी’ के एक गीत ‘इस पापी को आज सजा देंगे मिलकर हम सारे, लेकिन जो पापी ना हो वो पहला पत्थर मारे..’ का हवाला देते हुए विधायक ने कांग्रेस पर निशाना साधा। आरोप लगाया कि विधानसभा में हुई नियुक्तियों पर हल्ला मचाने वाली कांग्रेस के कार्यकाल में ही विधानसभा में सर्वाधिक रिश्तेदारों की नियुक्तियां हुई हैं।
मीडिया को जारी बयान में भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शुरुआत में ही इसकी जांच एसआईटी से कराने का निर्णय लिया। प्रकरण में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। प्रकरण की जांच सीबीआई व हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मंशा भी सीएम ने जताई है। बंशीधर भगत ने कहा राज्य में घपले और घोटालों की नींव रखने की सूत्रधार रही कांग्रेस पार्टी आज युवाओं के साथ होने का दिखावा कर अपनी राजनीतिक साख बचाने की कोशिश कर रही है।
जबकि राज्य के मुख्यमंत्री ने संवैधानिक संस्था विधानसभा की गरिमा बनाए रखने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी को सभी विवादित नियुक्तियों की उच्च स्तरीय जांच कराने और अनियमितता मिलने पर नियुक्ति निरस्त करने का निर्णय लेने को कहा है। सरकार की गम्भीरता के चलते पेपर लीक प्रकरण में अभी तक एसआईटी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 32 लोगों को गिरफ्तार किया है।