नैनीताल में 30 साल बाद ठंड से जमने लगा है पानी,मौसम विशेषज्ञों ने बताई यह वजह

सरोवरनगरी में कई दशकों बाद ठंड में भारी इजाफा हुआ है। इन दिनों नैनीताल समेत आसपास इलाकों में ठंड से पानी जमने लगा है। मौसम विशेषज्ञों ने नैनीताल में यह स्थिति करीब 30 साल बाद बनने की बात कही है। वे इसे पश्चिमी विक्षोभ और ला-नीना का असर बता रहे हैं। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्थान (एरीज) नैनीताल के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस वर्ष पहले से ही ला-नीना का खासा असर बना हुआ है।

समुद्री सतह का तापमान काफी कम होने की स्थिति में पहले से ही हवा में ठंडक बनी हुई है। यही कारण है कि तापमान लगातार गिर रहा है और बादल बन रहे हैं। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से यहां ठंड बढ़ी है। विशेषज्ञों की मानें तो इससे पहले जनवरी में यहां अमूमन शुष्क वातावरण रहता था। यह परिवर्तन करीब 30 वर्ष बाद देखा जा रहा है। वर्ष 1991 में दिसंबर में ही हिमपात का सिलसिला शुरू हो गया था। पानी में पाला गिरने से उसका बर्फीला स्वरूप देखा गया।  इस साल शून्य से ऊपर रहे तापमान में भी पानी ने बर्फ का रूप ले लिया।

ला-नीना और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ठंड में इजाफा हुआ है। नैनीताल में दशकों बाद ठंड में इतनी बढ़ोतरी देखी गई है। इस बार और अधिक सर्दी की संभावनाएं बनी हुई हैं।

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