अविभाजित उत्तर प्रदेश का पहला विस चुनाव 1952 में हुआ था। सीएम पुष्कर धामी का विस क्षेत्र खटीमा यूपी के जहानाबाद जिला पीलीभीत के अंतर्गत आता था। 1957 में यह सीट खटीमा-नैनीताल के नाम से बन गई और इस विस में टनकपुर से लेकर ओखलकांडा, यूपी के जहानाबाद तक का क्षेत्र आता था। 1957 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के प्रताप भैया ने कांग्रेस के मकसूद आलम को हराकर जीत हासिल की।
1967 तक यह सीट खटीमा-नैनीताल विधानसभा क्षेत्र के नाम से रही और 1972 में यह सीट खटीमा विस क्षेत्र हो गई। 2000 में राज्य बनने के बाद 2002 में खटीमा विस केवल खटीमा तहसील तक सिमट गई और जनजाति के लिए आरक्षित हो गई। यहां से पहले विधायक गोपाल राणा बने। राज्य बनने के बाद 2012 में हुए परिसीमन के बाद खटीमा सीट सामान्य हो गई और वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी खटीमा से विधायक बने।