यमकेश्वर विधायक और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूडी का टिकट कटने से भाजपा महिला मोर्चा भड़क गया है। महिला मोर्चा ने संगठन के इस निर्णय पर नाराजगी जताते हुए पुनर्विचार की मांग की है। भाजपा की ओर से जारी की गई प्रत्याशियों की पहली सूची में यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूडी का नाम नहीं है। माना जा रहा है कि पार्टी ने उनका टिकट काटकर उन्हें अन्य जिम्मेदारी देने का फैसला कर लिया है। लेकिन पार्टी के इस निर्णय से भाजपा महिला मोर्चा खासा नाराज है।
यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूडी ने तो अपनी नाराजगी नहीं जताई है लेकिन महिला मोर्चा ने उनके पक्ष में मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को महिला मोर्चा की सभी वरिष्ठ पदाधिकारी इस मामले में प्रदेश कार्यालय में संगठन महामंत्री अजेय से मिली और इस फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पार्टी ने संगठन की अध्यक्ष का टिकट काटकर अच्छा संदेश नहीं दिया है और इससे चुनावों में पार्टी को भारी खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
विदित है कि यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूडी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष ही नहीं थी बल्कि उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री और एक समय भाजपा के लिए जरूरी रहे भुवन चंद्र खंडूडी का भी नाम जुड़ा हुआ है। ऐसे में महिला मोर्चा ने उनके टिकट काटे जाने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष कंचन ठाकुर ने कहा कि महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष का टिकट काटा जाना गलत है और इस पर पार्टी को विचार करना चाहिए। इस अवसर पर महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री अनु कक्कड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुरोधा वालिया, मंत्री बबीता सहोत्रा, कोषाध्यक्ष नंदनी शर्मा, भावना शर्मा, ऋतु मित्रा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूर रहीं।
सरिता आर्य के टिकट से नाराजगी
कांग्रेस से आई सरिता आर्य को एक दिन में ही पार्टी का टिकट दिए जाने से भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता अंदरखाने नाराज बताई जा रही है। संगठन के साथ लम्बे समय से काम कर रही कार्यकर्ताओं की उपेक्षा, प्रदेश अध्यक्ष का टिकट काटकर बाहर से आई नेता को एक ही दिन में टिकट दे दिया जाना भाजपा की निष्ठावान कार्यकर्ताओं को नागवार गुजर रहा है और इससे पार्टी के चुनाव अभियान पर असर पड़ सकता है। पार्टी नेताओं का मानना है कि इससे संगठन में बहुत गलत मैसेज चला गया है।