कांग्रेस ने पोस्टल बैलेट में धांधली का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी से जांच की मांग की। साथ ही पावर कापोर्रेशन में आचार संहिता के दौरान विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए टेंडर निकाले जाने का विरोध करते हुए रोक लगाने की पैरवी की। शुक्रवार राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि कई विधानसभा क्षेत्रों से पोस्टल बैलेट में अनियमितता की शिकायतें मिल रही हैं।
यह जानकारी में आया है कि छुट्टी पर आए सैन्य कर्मियों, रिटायर और यहां तक कि दिवंगत लोगों के ना पर भी पोस्टल बैलेट आए हैं। यह बेहद गंभीर विषय है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसकी जांच की मांग की जा रही है। जो भी पोस्टल बैलेट विवादित हो, उसे निरस्त कर जांच और पात्र व्यक्ति को मतदान का अधिकार दिया जाए।गोदियाल ने कहा कि पावर कार्पोरेशन में भी आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टेंडर करने की शिकायत मिली हैं।
इस टेंडर प्रक्रिया पर तत्काल रोक लगाने की मांग मुख्य निर्वाचन अधिकारी से की जा रही है।दूसरी तरफ, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक मनोज तिवारी, मुकेश नेगी ने गोदियाल के साथ मुलाकात कर मतगणना की प्रक्रिया पर विचार विमर्श किया। दोपहर प्रदेश महामंत्री पीके अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, परिणिता बडोनी, लाखीराम बिजल्वाण, विनोद चौहान आदि ने भी गोदियाल के साथ चर्चा की।
रावत ने लालकुंआ में पीएसी के पोस्टल बैलेट पर उठाए सवाल
पूर्व सीएम हरीश रावत ने रुद्रपुर की पीएससी वाहनियों के पोस्टल बैलेट न पड़ने पर चिंता जाहिर की। बकौल रावत, यह पीएसी के जवानों के अधिकारों का तो हनन है ही। साथ ही मेरे लिए भी एक चुनौतीपूर्ण सवाल खड़ा हो गया है। यह सीधा सीधा मेरे चुनावी हितों से जुड़ा मामला है।
चुनाव की निष्पक्षता पर एक सवाल, एक ही सेंटर में एक ही व्यक्ति के द्वारा डाले गये वोटों ने खड़ा किया है। तो दूसरा सवाल लालकुआं क्षेत्र से संबंध रखने वाले पुलिसकर्मी मतदाताओं के बैलेट का उन तक न पहुंचना भी खड़ा कर रहा है। निष्पक्ष पर्यवेक्षकों को आज नहीं तो कल चुनाव प्रणाली के साथ जुड़े हुए लोगों को देना ही पड़ेगा।