कांग्रेस में नए नेता प्रतिपक्ष को लेकर सियासत गरमाने लगी है। निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी के बाद अब बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी का नाम भी तेजी से उभरा है। भंडारी के समर्थकों ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए लॉबिंग शुरू कर दी। भंडारी के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया गया है।
21 मार्च से शुरू होने जा रही कांग्रेस की समीक्षा बैठक में नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर भी चर्चा होने की पूरी संभावना है। इसी माह विधानसभा का सत्र प्रस्तावित होने की वजह से नेता विधायक दल जल्द तय करना कांग्रेस के लिए भी संवैधानिक बाध्यता है। कांग्रेस के 19 विधायकों में नेता प्रतिपक्ष के लिए अभी तीन विधायकों के नाम ही खुलकर सामने आए हैं।
निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का दावा स्वभाविक माना जा रहा है। सीनियरटी में इस वक्त बाजपुर विधायक यशपाल आर्य ही उनसे आगे हैं। आर्य वर्ष 2017 में अपने पुत्र संजीव आर्य के साथ भाजपा में चले गए थे। यह पहलू उनके नंबर कुछ कम कर रहा है। हालांकि सीनियरटी और जातीय गणित के अनुसार आर्य मजबूत कैँडीडेट हैं।
इधर, धारचूला विधायक धामी ने इस बार आर-पार की लड़़ाई के मूड में है। धामी का कहना है कि यदि हाईकमान उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने पर विचार नहीं करता तो उन्हें अपने भविष्य के लिए सोचने पर मजबूर होना होगा।
मैं किसी दौड़ में नहीं हूं। हाईकमान जो जिम्मेदारी देगा, उसका निष्ठापूर्वक पालन होगा।
प्रीतम सिंह, निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष
पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, उसका पूरी गंभीरता और ऊर्जा के साथ पालन किया जाएगा।
राजेंद्र भंडारी, बद्रीनाथ विधायक
नेता प्रतिपक्ष के लिए मेरा मजबूत दावा है। मैं तीन बार का विधायक हूं। हाईकमान को गंभीरता से विचार करना चाहिए।