अटैचमेंट के नाम पर वर्षो से सुगम स्थानों के दफ्तरों में डटे कृषि विभाग के कार्मिकों पर भी गाज गिर गई। कृषि मंत्री गणेश जोशी के सख्त निर्देश पर कृषि निदेशक गौरीशंकर ने 45 से ज्यादा अफसर और कर्मचारियों के अटैचमेंट निरस्त कर दिए। बीते रोज विभागीय समीक्षा करते हुए जोशी ने उद्यान और कृषि विभाग मे सभी अटैचमेंट तत्काल निरस्त करने के निर्देश दिए थे।
मंत्री के निर्देश के चंद घंटे बाद ही उद्यान निदेशक ने सभी अटैचमेंट निरस्त करते हुए कर्मियों को मूल तैनाती भेजने का आदेश जारी कर दिया था। अब कृषि निदेशक ने भी आदेश जारी कर दिए। संपर्क करने पर निदेशक ने बताया कि विभिन्न दफ्तरों में 45 से ज्यादा कार्मिक अटैच हैं। सभी को लौटने के आदेश दे दिए गए हैं।
बीमार कार्मिकों को मिलेगा मौका: अटैचमेंट पर कुछ गंभीर रूप से बीमार कर्मचारी भी विभिन्न दफ्तरों में तैनात हैं। कृषि निदेशक ने बताया कि ऐसे कार्मिकों को मेडिकल बोर्ड के प्रमाणपत्र के साथ अपनी बात रखने का मौका अवश्य मिलेगा। फिलहाल सभी को मूल तैनाती पर ज्वाइन करना होगा।
चंदन-गणेश-सुबोध ने कसे अफसरों के पेंच
नई सरकार में मंत्रियों के तेवर ब्यूरोक्रेसी पर काफी तल्ख हैं। परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने पिछले दिनों अफसरों के रोडवेज के चार डिपो के विलय के फैसले को 24घंटे के भीतर ही रोक दिया था। इधर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने दो सीनियर अफसरों के जबरन रिटायरमेंट की संस्तुति कर डाली। मंत्रियों के तेवर से ब्यूरोक्रेसी असहज महसूस कर रही है।