26 दिन की मशक्कत के बाद कांग्रेस ने उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और विधायक दल के उपनेता की नियुक्ति कर दी। बेहद चौँकाने वाले अंदाज में कांग्रेस ने पूर्व विधायक करन माहरा को कांग्रेस का नया कप्तान बनाया है। जबकि हाल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष की अहम जिम्मेदारी दी है।
वर्तमान विस चुनाव में खटीमा सीट से सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराकर विधायक बने भुवन कापड़ी का प्रमोशन करते हुए उन्हें विधायक दल का उपनेता बनाया गया है। रविवार शाम कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है।
आर्य के साथ सत्त्ता का मिथक कायम
पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य इस बार भी भाग्यशाली साबित हुए। राज्य गठन के बाद से लगातार सत्ता और प्रमुख पदों पर रहे आर्य इस बार भी नेता प्रतिपक्ष की अहम जिम्मेदारी पाए हैं। वर्ष 2007-12 में आर्य विस अध्यक्ष, उसके बाद लगातार दस साल तक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, वर्ष 2012-17 की कांग्रेस सरकार में काबीना मंत्री, वर्ष 2017- 22 की भाजपा सरकार में काबीना मंत्री रहे हैं। अब आर्य नेता प्रतिपक्ष होंगे, जोकि काबीना मंत्री स्तर का पद है।
प्रीतम कैंप को बड़ा झटका
हाईकमान के फैसले से पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समर्थकों को गहरा झटका लगा है। माना जा रहा था कि हाईकमान प्रीतम को ही दोबारा नेता प्रतिपक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपेंगा। हाईकमान स्तर पर अच्छे ताल्लुकात की वजह से प्रीतम को नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में चौंकने वाले फैसले के संकेत बाद से प्रीतम खेमा काफी मायूस था।
जनहित और राज्यहित मुद्दों पर सदैव संघर्ष और पार्टी की नीति-रीति को जनजन तक ले जाना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगा। हाईकमान ने मुझे यह जिम्मेदारी दी है, इसके लिए आभार। मैं हाईकमान की अपेक्षाओं पर खरा उतरना का पूरा प्रयास करूंगा।