नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत इस महीने के अंत में सरकारी थिंक टैंक छोड़ने के लिए तैयार हैं। वे पिछले 6 साल से नीति आयोग का नेतृत्व कर रहे हैं। अब उनकी जगह पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के पूर्व सचिव परमेश्वरन अय्यर लेंगे। परमेश्वरन अय्यर ने भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन में अहम भूमिका निभाई थी। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) की एक अधिसूचना के अनुसार, अय्यर का प्रारंभिक कार्यकाल दो साल का होगा।
अमिताभ कांत का कार्यकाल जून 2021 में एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था। केरल कैडर के 1980 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, कांत 2016 से नीति आयोग के सीईओ हैं। संगठन में अपने समय के दौरान, कांत ने खुद को औद्योगिक विकास, टेक्नोलॉजी और निवेश से संबंधित नीतिगत मामलों में सरकार के शीर्ष स्तर पर स्थापित किया है।
उनकी जगह लेने जा रहे अय्यर ने 17 साल की सेवा के बाद 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से इस्तीफा दे दिया था और फिर 2016 में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग (D0DWS) के सचिव के रूप में वापस आए थे। स्वच्छ भारत अभियान के पीछे वह एक बड़ी ताकत थे। यह अभियान ग्रामीण भारत में 90 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौच को खत्म करने का अभियान था। भारत को ‘खुले में शौच मुक्त’ बनाने में अय्यर ने अहम भूमिका निभाई था। जुलाई 2020 में, उन्होंने DoDWS के सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया और बाद में अमेरिका में विश्व बैंक के साथ काम करने लगे।63 वर्षीय अय्यर इससे पहले अप्रैल 1998 और फरवरी 2006 के बीच संयुक्त राष्ट्र में वरिष्ठ ग्रामीण जल स्वच्छता विशेषज्ञ के रूप में काम कर चुके हैं। अय्यर ने उत्तर प्रदेश में मायावती सरकार के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी काम किया है।